रायपुर।
छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर
पलटवार करते हुए प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और विधायक अजय चंद्राकर ने कहा है
कि, छत्तीसगढ़
की चिंता करने की बजाय भूपेश बघेल जी को आर्थिक प्रबंधन के लिए हिमाचल प्रदेश भेज
देना चाहिए। कैसे कर्जा लिया जाता है, वहां जाकर बताएं।
क्योंकि कई बार हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को तनख्वाह तक नहीं मिल पाती
है। यह हालत कांग्रेस सरकार की है, छत्तीसगढ़ की चिंता के
लिए हम पर्याप्त हैं।
वहीं
बस्तर में निकलने जा रही कांग्रेस की न्याय यात्रा को लेकर श्री चंद्राकर ने कहा
है कि, दीपक बेज
को कांग्रेस को समझने की जरूरत है। दीपक बैज दारू- मुर्गा के साथ प्रदर्शन कर रहे
थे। चित्रकूट विधानसभा जहां से वे विधायक रहे हैं, बस्तर
जहां के वे सांसद रहे हैं, वहीं अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने
का प्रयास बैज कर रहे हैं। यह कांग्रेस का आंदोलन है या उनका अपना, यह पहले दीपक बेज को स्पष्ट करना चाहिए।
कांग्रेस
ने बस्तर के लिए कुछ नहीं किया
बस्तर की
जमीन बड़े कारपोरेट घरानों को दिए जाने के आरोप को लेकर श्री चंद्राकर ने कहा- ऐसा
जमीन का एक टुकड़ा बताएं वे जिसे दिया गया हो। कांग्रेस और दीपक बैज को स्पष्ट
करना चाहिए कि, बस्तर में औद्योगीकरण होना चाहिए या नही, बस्तर के
लोगों को रोजगार मिले, बस्तर के आदिवासी मुख्यधारा में
जुड़ें, इसके लिए कांग्रेस का दृष्टिकोण कया है। 5 साल में
कांग्रेस ने बस्तर के लिए क्या किया है, यह बताना चाहिए।
विश्वास
के संकट से जूझ रही है कांग्रेस
दिल्ली
में कांग्रेस के ओबीसी विधायकों की बैठक पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा-
जाति की जनगणना कराने का केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है। जातिगत जनगणना में
कांग्रेस का रुख उलझा हुआ है। सत्ता में रहने पर कांग्रेस ने क्यों नहीं कराई
जातिगत जनगणना। कुछ भी बैठक लें कहीं भी बैठक लें, विश्वशनीयता कया होगी। कांग्रेस विश्वास के संकट से आज जूझ
रहीहै।
कांग्रेस
के पास करप्शन के अलावा कोई माडल नहीं
छत्तीसगढ़
के सुशासन मॉडल पर पूर्व सीएम के बयान पर पलटवार करते हुए श्री अजय चंद्राकर ने
कहा कि, मन की बात में पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ का एप्रिसिएशन किया। भूपेश बघेल भूल
नहीं पाए हैं कि, वह मुख्यमंत्री नहीं हैं। करप्शन को छोड़कर
कांग्रेस के पास कोई मॉडल नहीं था। करप्शन के मॉडल को विकास मॉडल भूपेश बघेल कहते
थे।
पत्रकारों
की भूमिका का सम्मान होना चाहिए
रायपुर
में पत्रकारों के साथ धमकी और मारपीट के मामले में श्री चंद्राकर ने कहा- मरीज हो
या पत्रकार हो, किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए। ट्रांसपेरेंसी से प्रशासन को
ज्यादा लाभ मिलेगा। पत्रकारों की भूमिका व्यवस्था में ट्रांसपेरेंसी लाने के लिए
होती है। पत्रकारों की भूमिका का सम्मान होना चाहिए।
डीएपी की
कमी रूस-यूक्रेन युद्ध का नतीजा
'डीएपी की कमी पर बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कहा-डीएपी की
कमी वैश्विक है। यूक्रेन और रूस की लड़ाई से विश्वभर में इस खाद की कमी है। युद्ध
का प्रभाव सभी पर पड़ता है, भारत जैसे कृषि प्रधान देश के लिए
यह बड़ी समस्या है। केंद्र सरकार ने डीएपी की कमी होना स्वीकारा है, इसमें राजनीतिक आरोप- प्रत्यारोप की जरूरत नहीं है।