अरुण शर्मा/संवाददाता
किरंदुल। आज बस्तर सांसद महेश कश्यप किरंदुल प्रवास पर थे, नगरपालिका उपाध्यक्ष बबलू सिद्दीकी ने सांसद से मुलाक़ात करके किरंदुल के रहवासियों कि ओर से एक मांगपत्र सौंपा है जिसमें किरंदुल कि कुछ ज्वलंत समस्याओं कि ओर ध्यान आकर्षित कराया गया और उनके समाधान हेतु निवेदन किया गया है,
ज्ञात हो कि वर्तमान में किरंदुल कि सबसे बड़ी समस्या पार्किंग कि है फिर वो बस कि पार्किंग हो या ट्रकों कि पार्किंग हो, दोनों ही प्रकार के भारी वाहनों के लिए किरंदुल शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है पूरे शहर में जहां तहाँ ट्रक और बस खड़ी दिख जाएगी बस स्टैंड से लेकर के कोड़ेनार के रिंग रोड नंबर 4 तक पूरी सड़क पर बाहर से आने वाली बसों का एवं ट्रकों का जमावड़ा लगा रहता है जिसके कारण आए दिन दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है
किरंदुल की दूसरी जो सबसे बड़ी समस्या है वह है अपनी जमीन, ज्ञात हो कि एनमडीसी को छोड़कर पूरे किरंदुल शहर कि 90% आबादी अतिक्रमण की हुई जमीन पर आबाद है फिर चाहे वो रेलवे की जमीन हो या वन भूमि हो या नजूल की भूमि हो या फिर एनएमडीसी की लीज़ की भूमि हो, यहाँ लोग 40- 50 वर्षों से अपने-अपने घर बना कर रह रहे हैं दिक्कत यह है की जब जिसकी मर्जी होती है नोटिस बनाकर भेज देता है वर्तमान में कुछ ज्यादा ही नोटिस नोटिस का खेल चल रहा है
कभी एनएमडीसी नोटिस देती है कभी रेलवे की नोटिस आ जाती है कभी फॉरेस्ट डिपार्मेंट नोटिस लेकर खड़ा रहता है और अब तो नगर पालिका भी नोटिस देना शुरू कर चुकी है लोग अपने ही बनाए हुए घर में सुकून से नहीं रह पा रहे हैं हमेशा डर बना रहता है की पता नहीं कब बुलडोजर की कार्रवाई हो जाए उपाध्यक्ष बबलू सिद्दीकी ने बस्तर सांसद महेश कश्यप से निवेदन किया है की यह नोटिस नोटिस का खेल बंद कराया जाए और जो जहां सालों से आबाद है उसे वही का आबादी पट्टा आवंटित किया जाए सांसद ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए जल्द ही इन सब मुद्दों पर संबंधित विभागों से बात करके उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।