रायपुर।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कैबिनेट में मत्रियों के पद खाली होने
पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बड़ी बात कही है। श्री बघेल ने कहा है कि, जितने कम मंत्री रहेंगे, उनके सारे विभाग मुख्यमंत्री के पास आ जाते हैं। श्री बघेल ने सवाल किया
कि, मुख्यमंत्री के विभागों को कौन चला रहा है? यह खोजने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि, माइनिंग
की बात हो, चाहे शिक्षा की, सभी विभाग
मुख्यमंत्री के पास हैं। तो आखिर इन्हें कौन चला रहा है ?
वहीं
दिल्ली में कांग्रेस के ओबीसी नेताओं की बैठक पर श्री बघेल ने कहा कि, जब से हमारे नेता राहुल गांधी ने
जातिगत जनगणना की बात की है, उसके बाद पूरे देश भर में
वातावरण बना। इससे आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक
और राजनीतिक स्तर पर बड़ा बदलाव हुआ। इसको ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने और
भारत सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का फैसला लिया है। यह कैबिनेट का फैसला है और
इसमें काफी समय और राशि लगना है। भारत सरकार इस मामले में आगे नहीं है, इसी को लेकर दिल्ली में छत्तीसगढ़ के सभी ओबीसी नेता जुड़ रहे हैं।
दंतेवाड़ा
जिले का विकास हमारी सरकार के दौरान हुआ
नक््सलवाद
को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- दंतेवाड़ा जिले में नक्सली पहले ही बहुत कम हो
गए थे। वहां पर शिक्षा का प्रचार- प्रसार हमारी सरकार के दौरान किया गया, आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने के
लिए हमारी सरकार ने अभियान चलाया। ये सरकार तो तेंदरूपत्ता नहीं खरीद पा रही है, मनरेगा नहीं चल रहा है, इससे आदिवासियों की आर्थिक
स्थिति कमजोर होगी।
उद्योगपतियों
के पास जा रहा भारत का पैसा
भारत के
दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने
कहा कि, पैसा भारत का है, लेकिन जा किसके पास रहा है। उन्होंने
कहा कि, 2074 से पहले बड़े उद्योगपतियों की आर्थिक स्थिति क्या
थी, अब उनका उद्योग कितना गुना बढ़ गया है। 20 कॉर्पोरेट
घरानों की संपत्ति का ब्यौरा निकाल लीजिए। उन्होंने कहा कि, यदि
भारत दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, तो मनरेगा
बंद क्यों है? तेंद्रपत्ता क्यों नहीं खरीदा जा रहा। रोजगार
क्यों छीना जा रहा है। रेलवे में भर्ती क्यों नहीं हो रही है। निजीकरण क्यों हो
रहा है।
पत्रकारों
से मारपीट की निंदा
वहीं
राजधानी रायपुर के मेडिकल कालेज हास्पिटल में पत्रकारों के साथ सुरक्षा में लगे
बाउंसरों द्वारा मारपीट और धमकी के मामले में श्री बघेल ने कहा कि, पत्रकारों से मारपीट की घटना की
निंदा करता हूं। सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि, आगे ऐसी
घटना ना हो।