रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी
रायपुर में नया भारत, नया सुशासन की परिकल्पना
को मूर्त रूप देते हुए "सुशासन तिहार 2025" के
अंतर्गत नगर पालिक निगम, जोन क्रमांक 7 द्वारा लोक समाधान शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम रायपुर स्थित
पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ, जिसमें
सैकड़ों नागरिकों ने अपनी समस्याओं को रखा और विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत
सेवाओं का लाभ लिया। पहले जहां नागरिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए
महीनों तक दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, वहीं अब भाजपा
सरकार की नीति और सुशासन की पहल के तहत योजनाओं को आमजन के द्वार तक पहुंचाया जा
रहा है। लोक समाधान शिविर इसका जीवंत उदाहरण है, जहाँ
विभिन्न प्रमाणपत्र, कार्ड और योजनाओं का लाभ एक ही स्थान पर
सरलता से उपलब्ध कराया गया।
सैकड़ों नागरिकों को मिला प्रत्यक्ष लाभ
शिविर में भाग लेने आए नागरिकों को आयुष्मान भारत कार्ड, राशन कार्ड, श्रम
कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, सौर ऊर्जा
प्रमाण पत्र, नवीन पहचान पत्र, तथा
दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिल जैसी सुविधाएं दी गईं। शिविर में संबंधित विभागों के
अधिकारी मौके पर मौजूद रहे, जिन्होंने मौके पर ही आवेदन
स्वीकृत किए और दस्तावेज वितरित किए। कार्यक्रम में यह सुनिश्चित किया गया कि
नागरिकों की समस्याओं का तुरंत समाधान हो, तथा उन्हें
योजनाओं की पूरी जानकारी भी मिले।
जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति इस
अवसर पर प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने भी उपस्थित होकर सरकार की जनहितकारी सोच को जनता
के समक्ष रखा। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री एवं विधायक राजेश मूणत, पूर्व विधायक पुरंदर मिश्रा, रायपुर महापौर मीनल चौबे, सभापति सूर्यकांत राठौर,
पूर्व सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, जोन
अध्यक्ष अम्बर अग्रवाल, विभिन्न वार्डों के पार्षदगण,
नगर निगम अधिकारीगण एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। इन सभी जनप्रतिनिधियों
ने शिविर में आए आम नागरिकों से संवाद किया, उनकी समस्याएं
सुनीं और संबंधित अधिकारियों को शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए।
मुख्य उद्देश्य – सुशासन को धरातल पर उतारना कार्यक्रम
में वक्ताओं ने यह स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री
विष्णुदेव साय की सोच को आगे बढ़ाते हुए यह पहल की गई है। राज्य सरकार यह
सुनिश्चित कर रही है कि हर नागरिक तक सरकारी योजना का लाभ पारदर्शिता और सरलता से
पहुंचे। राजेश मूणत ने अपने संबोधन में कहा – "अब वो
दिन चले गए जब आम जनता योजनाओं के लाभ के लिए वर्षों भटकती थी। अब सरकार खुद जनता
के द्वार पर दस्तक दे रही है। यही है नए भारत का नया सुशासन।" कार्यक्रम में
बड़ी संख्या में उपस्थित नागरिकों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि इस तरह के
आयोजन से उनका समय, श्रम और धन तीनों की बचत होती है। साथ ही
यह विश्वास भी बढ़ता है कि सरकार हर स्तर पर जनता के साथ खड़ी है।