May 05, 2022


युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं युवा आईएएस आफिसर मेधा रूपम

उत्तर प्रदेश के हापुड़ में योगी सरकार ने दी है जिलाधिकारी पद की जिम्मेदारी

लखनऊ। यूपी में हापुड की जिलाधिकारी आईएएस आफिसर मेधा रूपम (Medha Roopam) युवाओं से लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। खासकर उन युवाओं के लिए जो सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं। मेधा रूपम ने केरल की स्टेट शूटिंग चेंपियनशिप में खेलकर तीन गोल्ड़ मेडल जीते थे और केरल स्टेट का रिकॉर्ड ब्रेक किया थो। उनके पिता केरल कैडर के आईएएस रहे। 

उन्हीं से प्रेरणा लेकर वह आईएएस अफसर बन गयी। इस आईएएस अफसर के पति भी आईएएस हैं। वर्तमान में उन्हें भी योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में संभल जिले का जिलाधिकारी बना रखा है। 

यह भी एक इत्तेफाक है कि पति-पत्नी उत्तर प्रदेश कैडर और 2014 बैच के आईएएस अफसर है। पति-पत्नी के प्रशिक्षु कार्यकाल का सफर मसूरी से लेकर उन्नाव तक का साथ रहा। 

जाने कौन हैं आईएएस मेधा रूपम

मेधा रूपम ने उत्तर प्रदेश के आगरा में ज्ञानेश गुप्ता के परिवार में 21 अक्टूबर 1990 को जन्म लिया था। ज्ञानेश गुप्ता आईएएस अफसर है। मेधा रूपम की छोटी बहन का नाम अभिश्री है। पिता की केरल पोस्टिंग होने के कारण मेधा रूपम की पढ़ाई वहीं पर हुई। सन 2008 में 12वी के पढ़ाई के दौरान मेधा रूपम ने शूटिंग में अपना हाथ आजमाना शुरू कर दिया था। 

10 मीटर की एयर रायफल पीपी साइट में ट्रेनिंग ली। उसके बाद मेधा रूपम ने केरल की स्टेट शूटिंग चैपिंयनशिप में भाग लिया और तीन गोल्ड मेडल जीतने के साथ केरल स्टेट का रिकॉर्ड ब्रेक किया। उसके बाद केरल से मेधा रूपम स्नातक की पढ़ाई के लिये देश की राजधानी दिल्ली आ गयी थी। 

उन्होंने विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के साथ 2009 में नेशनल चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया। उसके बाद मेधा रूपम ने सिविल सविज़्स की तैयारी की वजह से शूटिंग को छोड़ दिया था। मेधा रूपम सिविल सर्विस की परीक्षा को पास कर 2014 बैच की आईएएस अफसर बन गयी। मेधा रूपम ने आईएएस अफसर बनने की प्रेरणा अपने पिता से ही ली थी।

किस जिले में रही तैनाती

मेधा रूपम की मसूरी में 4 जून 2015 तक ट्रेनिंग हुई। 

  • मसूरी से मेधा रूपम को शासन ने बरेली में सहायक मजिस्ट्रेट बनाकर भेजा। 
  • बरेली से मेधा रूपम का 23 अक्टूबर 2016 को तबादला होकर जनपद मेरठ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद तैनात किया गया। 
  • मेरठ के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर रहते हुए बागपत के जौहड़ी में हुई शूटिंग चैंपियनशिप में मेधा रूपम ने स्वर्ण पदक जीतकर अपने पुराने हाथ दिखाए थे। 
  • मेरठ से जनपद उन्नाव में भी आईएएस मेधा रूपम ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद ही तैनात रही। 
  • आईएएस मेधा रूपम लखनऊ में यूपीएएएम का ज्वाइंट डायरेक्टर के पद कायज़्रत रही। 
  • 17 नवम्बर 2018 को यूपीएएएम का ज्वाइंट डायरेक्टर के साथ-साथ महिला कल्याण विभाग का विशेष सचिव बनाया गया। 
  • 12 फरवरी 2019 को मेधा रूपम को लखनऊ से ट्रांसफर होकर जनपद बाराबंकी के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कमान मिली। 
  • इसके बाद उन्हें मेरठ नगर को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बनाकर भेजा गया। 
  • यहां से उन्हें 2022 में प्रदेश में दुबारा सत्ता में आयी योगी सरकार ने हापुड़ का जिलाधिकारी बनाकर भेज दिया। वर्तमान में वह हापुड जिले के जिलाधिकारी का पद संभाल रही  । 

पति मनीष बंसल भी है आईएएस आफिसर

मेधा रूपम के पति मनीष बंसल भी 2014 बैच के आईएएस अफसर है। मनीष बसंल का जन्म पंजाब में 14 जनवरी 1990 को हुआ था। उनकी प्रांरभिक शिक्षा पंजाब में ही हुई। आईएएस मनीष ने एमटेक किया हुआ है। आईएएस मनीष बंसल की ट्रेनिंग मसूरी में 1 सितम्बर 2014 से 4 जून 2015 तक हुई। उसके बाद बरेली में सहायक मजिस्ट्रेट के पद तैनात हुए। आईएएस मनीष बसंल का बरेली से तबादला होकर मेरठ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद कार्यरत रहे। उसके बाद आईएएस मनीष बसंल को उन्नाव का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बनाया गया। आईएएस मनीष बंसल को 14 अप्रैल 2018 में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कमान मिली।
वर्तमान में मनीष बंसल को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में संभल का जिलाधिकारी बनाया गया है। 


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