अरुण शर्मा संवाददाता
किरंदुल। विगत दिनों एनएमडीसी द्वारा किरंदुल, बचेली और डोनामलाई में विभिन्न पदों के लिए भर्ती की अधिसूचना निकाली गई है। इन भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों का चयन कंप्यूटर बेस टेस्ट के आधार पर किया जाना है। जिसका विरोध करते हुए किरंदुल परियोजना के श्रमिक संगठन संयुक्त खदान मजदूर संघ (एसकेएमएस) के अध्यक्ष देवरायलु के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने एनएमडीसी किरंदुल परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक संजीव साही को ज्ञापन सौप कर उक्त भर्ती प्रक्रिया में कंप्यूटर बेस टेस्ट न कराकर ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन (कागज में) में कराने की मांग की है।
इस संबंध में एसकेएमएस के अध्यक्ष देवरायलु ने जानकारी दी कि एनएमडीसी द्वारा निकाली गई भर्तियों में फील्ड अटेंडेंट को छोड़कर मेंटेनेंस असिस्टेंट एवं अन्य पदों के लिए लिखित परीक्षा सीबीटी (कंप्यूटर बेस टेस्ट) के माध्यम से आयोजित किया जाना तय है। किंतु दंतेवाड़ा एक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, ज्यादातर बेरोजगार युवक गांव में रहकर अपनी पढ़ाई लिखाई करते हैं, और यहां की शिक्षा का स्तर शहरों की तुलना में काफी कम होती है। जिसके कारण यहां के बेरोजगार युवकों को सीबीटी (कंप्यूटर बेस टेस्ट) की जानकारी बिल्कुल भी नहीं है। इस तरह की प्रतियोगी परीक्षा होने से यहां के बेरोजगार युवा एनएमडीसी में रोजगार पाने के लिए वंचित रह जाएंगे। इसलिए स्थानीय बेरोजगार युवकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए लिखित परीक्षा ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन) के माध्यम से संपन्न करने की आवश्यकता है।
इसके साथ यह पता चला है कि इस रोजगार अधिसूचना में वर्णित पदों की भर्ती प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर नहीं किए जाने की योजना है। इस संबंध में भी श्रम संघ यह अवगत कराना चाहती है कि यहां के बेरोजगारों का बाहर जाकर प्रतियोगी परीक्षा देना बिल्कुल भी संभव नहीं है। पूर्व मे जिस प्रकार से स्थानीय स्तर पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाती रही है, उसी प्रकार इस बार भी स्थानीय स्तर पर ही भर्ती प्रक्रिया संम्पन्न कराई जाए ताकि यहां के बेरोजगार युवकों को रोजगार प्रदान हो सके। इन दो मांगों को लेकर हमारे श्रमिक संघ एसएमएस द्वारा एनएमडीसी परियोजना को ज्ञापन सौपा गया है। और हम आशा करते हैं कि एनएमडीसी प्रबंधन स्थानीय बेरोजगारों की भलाई को ध्यान में रखते हुए इस पर विचार कर भर्ती प्रक्रिया को सुगम करना सुनिश्चित करें। ताकि स्थानीय ग्रामीण बेरोजगारों के साथ अन्याय न हो सके। इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष रोशन मिश्रा, दामोदर नाग, कल्याण सिंह रावटे, घनश्याम वर्मा व अन्य साथी उपस्थित थे।