भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि व्यापारी और निवेशक मध्यप्रदेश आएं
और उद्योग को बढ़ावा दें। आज मेड इन इंडिया का जमाना है। मध्यप्रदेश सरकार ने नई
उद्योग केंद्रित नीतियां लागू की हैं। सभी जिलों में उद्योग प्रकोष्ठ खोले गए हैं।
इंडस्ट्री शुरू करने के लिए राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम लागू है। निवेशकों के
लिये मुख्यमंत्री सहजता से उपलब्ध है। राज्य में पर्याप्त लैंड बैंक, पानी और बिजली उपलब्ध है। राज्य सरकार ने उद्योगपतियों को
सब्सिडी के बैकलॉग का एक-एक रुपया लौटाया है। सरकार बड़े उद्योगों के साथ छोटे
निवेशकों को भी प्रोत्साहन दे रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को बेंगलुरू
में हुए रोड-शो के इंटरेक्टिव सेशन को संबोधित कर रहे थे। इंटरेक्टिव सेशन में
विभिन्न निवेशकों से चर्चा हुई। आज निवेशकों से 7935 करोड़
रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे 18 हजार 975
नए रोजगार सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “परफॉर्म, रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म”
के मूलमंत्र को आधार बनाकर हम आत्म-निर्भर भारत के संकल्प की पूर्ति
की ओर तेजी से अग्रसर है। प्रदेश में उद्योगों की स्थापना और निवेश को बढ़ावा देने
के लिये हमारी सरकार निरंतर प्रयासरत है। इस दिशा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव,
राष्ट्रीय पर विभिन्न शहरों में किये गये रोड-शो और इंटरेक्टिव सेशन
सहित ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के माध्यम से हमने लोकल से ग्लोबल स्तर तक
सफलतापूर्वक निवेश संवाद किया है। बेंगलुरु में आज दूसरी बार हुए रोड-शो और
इंटरेक्टिव सेशन से निवेश और औद्योगिक विकास को नई गति मिली है। मध्यप्रदेश
निवेशकों के लिए “प्रगतिशील, पारदर्शी
और भरोसेमंद राज्य” के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में हमारा शेयर बाजार नई ऊँचाईयों को छू रहा
है। निवेशक मध्यप्रदेश आएं और अपने उद्योग को बढ़ाएं। एक बार जो मध्यप्रदेश आता है, वहीं का होकर रह जाता है।
सभी प्रकार के उद्योगों के विकास का कार्य मध्यप्रदेश में हो रहा है। मुख्यमंत्री
डॉ. यादव ने कहा कि उद्योगों को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि
मध्यप्रदेश केवल निवेश का वादा नहीं करता, हम जिनसे कमेटमेंट करते है, उन्हें समयबद्ध रूप से
पूरा भी कर रहे है। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025 में हमने
केवल वादे नहीं किए, उन्हें धरातल पर भी उतारा गया है। वित्त
वर्ष 2024-25 में 5260 करोड़ रूपये की
प्रोत्साहन राशि बड़े उद्योगों और एमएसएमई को वितरित की गई है। प्रदेश में विभिन्न
सेक्टरों में निवेश संवर्द्धन के लिये 18 नई औद्योगिक
नीतियां लांच की गई, जो आज निवेश के लिये गेम चेंजर साबित हो
रही हैं। जनविश्वास अधिनियम, एकीकृत सिंगल विंडो सिस्टम के
माध्यम से प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाया गया
है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि
प्रदेश में विकसित किये जा रहे पीएम मित्रा टेक्सटाईल पार्क (धार), नर्मदापुरम मेन्युफैक्चरिंग ज़ोन, रीवा,
इंदौर एवं उज्जैन मे नई आईटी परियोजनाओं, उज्जैन
में 5 जून 2025 को 'स्पिरिच्युअल एवं वेलनेस समिट' एवं अन्य क्षेत्र
जैसे फार्मा, माइनिंग, कृषि, डेयरी, नवकरणीय ऊर्जा आदि संभावनाओं के बारे मे
निवेशकों को अवगत कराया जा रहा है। निवेश को आकर्षित करने, उद्योगों
की स्थापना को प्रोत्साहन देने और रोजगार के नए अवसर सृजित करने के लिये 'उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025' अंतर्गत आज बेंगलुरु
में हमने भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) के साथ भूमि आवंटन
और 'इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश' विषय पर सफल इंटरेक्टिव सेशन किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि
बेंगलुरू में आज भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड को प्रदेश के रायसेन के ग्राम उमरिया
में 148 एकड़ भूमि आवंटन का पत्र सौपा।
रायसेन में 1800 करोड़ रूपये की लागत से एक अत्याधुनिक रेल
कोच निर्माण परियोजना स्थापित की जाएगी। परियोजना से प्रदेश में रेल
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मजबूती मिलेगी, साथ ही स्थानीय
युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
प्रधानमंत्री
श्री मोदी का नेतृत्व और भारतीय सेना का शौर्य अभिनंदनीय
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देश के
वर्तमान परिदृश्य की चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में
भारत निरंतर मजबूत हो रहा है। प्रधानमंत्री का नेतृत्व और भारतीय सेना का शौर्य
अभिनंदनीय है। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी हथियारों को करारा जवाब देकर 3 से 4 दिन में ही युद्ध जीत लिया।
हमारी तीनों सेनाओं ने अपनी सीमा में रहते हुए अतुलनीय क्षमता का प्रदर्शन किया।
पहलगाम हमले के दोषियों को सबक सिखाने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सेनाओं को
खुली छूट दी। इस घटनाक्रम से भारत ने नए दौर में प्रवेश किया है। प्रधानमंत्री ने
स्पष्ट कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर बंद नहीं होगा और लगातार चलता रहेगा। जब भी कोई
हमला होगा, उसकी तुरंत प्रतिक्रिया दी जाएगी। पाकिस्तान पर
पहली स्ट्राइक में हमारे सैनिक उस पार गए और टारगेट को खत्म कर सुरक्षित वापस आ
गए। दूसरी स्ट्राइक में पाकिस्तान को हमारे पायलट अभिनंदन वर्धमान को सम्मानपूर्वक
लौटाना पड़ा। अब तीसरी स्ट्राइक में पाकिस्तान की हार हुई।
एक माह में
होगा रेल कोच निर्माण इकाई का भूमि-पूजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है
कि एक माह में रायसेन जिले में रेल कोच निर्माण इकाई के लिए भूमि-पूजन किया जाएगा।
प्रदेश में नए उद्योगों की स्थापना के लिए सभी कार्य समयबद्ध तरीके से किए जा रहे
हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बेंगलुरू में निवेशकों की ओर से मिले रिस्पांस के
लिये कनार्टक की राजधानी बेंगलुरू में पधारे सभी इंवेस्टर्स को धन्यवाद देता हूँ।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इन्वेस्टर्स ने मध्यप्रदेश की नीति पर भरोसा जताया
है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि
मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर आज बेंगलुरु में आयोजित कार्यक्रम में शानदार
प्रतिक्रिया मिली। पिछले दौरे में मिले प्रस्ताव अब धरातल पर उतर रहे हैं। सभी
विभागों की दृष्टि से मध्यप्रदेश देश का सबसे तेजी से आगे बढ़ता राज्य है। एनर्जी, आइटी, रियल एस्टेट, रेडीमेड गारमेंट्स और टूरिज्म जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पर्यटन तो हमारा प्रिय निवेश क्षेत्र है।
स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर निवेशक आ रहे हैं। आज
बेंगलुरू से रेलवे कोच बनाने वाली कम्पनी बीईएमएल ने लगभग 2 हजार
करोड़ का निवेश मध्यप्रदेश में करते हुए भविष्य में रेल के सभी कोच (डब्बे) बनने का
काम करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की उद्योग हितैषी
नीतियों के कारण उम्मीद से ज्यादा सफलता मिल रही है।
इंटरैक्टिव
सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने
इंटरैक्टिव सेशन में इसमें टेक्सटाइल में बेस्ट कॉर्पोरेशन के एम डी श्री आर
राजकुमार, नॉइज समूह के
डायरेक्टर श्री मनीष सिंह चौहान, आईटी सेक्टर में एएनएसआर
जीसीसी के सीईओ श्री ललित आहूजा, ओरेकल कार्पोरेशन की नेशनल
हेड (पॉलिसी) सुश्री अश्लेशा खान्देपरकर, इलेक्ट्रिक
इक्विपमेंट्स सेक्टर में लैप इंडिया के एमडी श्री सुमित मिश्रा, हिन्दुस्तार कोका कोला के सीईओ श्री हर्ष भूटानी, हॉस्पिटालिटी
सेक्टर में रॉयल ऑर्केड के संस्थापक एमडी श्री चंदेर बालजी, जीआईबीएस
बिजनेस स्कूल के संस्थापक एमडी श्री रितेश गोयल और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में
ग्रीनको के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री बंडारू नरसिम्हा राव से वन-टू-वन चर्चा
की।
बेंगलुरू में हुए 'इंटरैक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट अपॉच्र्युनिटीज इन
मध्यप्रदेश' संवाद सत्र में उद्योग जगत के 250 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सत्र में प्रदेश निवेश संभावनाओं,
नई निवेश नीतियों, इंडस्ट्रियल
इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर व्यापक प्रेजेंटेशन दिए गए।
3 कंपनियों के
प्रतिनिधियों ने किये अनुभव साझा
इंटरैक्टिव सेशन में निवेशकों ने
मध्यप्रदेश में उपलब्ध संसाधनों और सुविधाओं की प्रशंसा की। सेशन में श्री सुमित
मित्रा, एमडी, लैप इंडिया, श्री शांतनु रॉय, अध्यक्ष
एवं प्रबंध निदेशक, बीईएमएल और सुश्री स्मिथा हेम्मिगे,
एमडी मार्केटिंग, एएनएसआर ने मध्यप्रदेश में
निवेश की संभावनाओं और उनके द्वारा प्रदेश में स्थापित की जाने वाली इकाईयों के
संबंध में राज्य सरकार से मिली सुविधाओं के अपने अनुभव साझा किये।
उद्योगपतियो
के साथ परिसंवाद
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने
उद्योगपतियों के साथ परिसंवाद भी किया। उद्योगपतियों ने मध्यप्रदेश द्वारा
उद्योगों के लिये दी जा रही सुविधाओं के संबंध में संवाद किया। प्रमुख सचिव, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेन्द्र कुमार
सिंह ने उद्योगपतियों को प्रदेश की औद्योगिक नीतियों और उनके माध्यम से निवेश
प्रोत्साहन के लिये दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी।
मध्यप्रदेश में पर्यटन के
श्रेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबन्ध
संचालक श्री इलैयाराजा टी ने निवेशकों से प्रेजेंटेशन के माध्यम से महत्वपूर्ण
जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने हाल ही में लॉच की गई नई पर्यटन नीति-2025 पर प्रकाश डाला, जिसमें राज्य में
पर्यटन क्षेत्र के विकास और निवेश की व्यापक संभावनाओं को रेखांकित किया गया। इस
नीति के तहत मध्य प्रदेश में पर्यटन से जुड़े नवाचारों और बुनियादी ढांचे के विकास
पर जोर दिया गया है, जो निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर प्रदान
करता है। यह सत्र मध्यप्रदेश को एक प्रमुख पर्यटन और निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित
करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मध्यप्रदेश बन
रहा है देश का नया टेक्नोलॉजी और इनोवेशन हब : एमडी श्री वशिष्ठ
मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स
डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध संचालक श्री आशीष वशिष्ठ ने कहा कि जब देश के
परंपरागत तकनीकी केंद्र जैसे दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु महंगी लागत, संसाधनों पर दबाव और
प्रतिभा की अधिकता जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, तब
भोपाल, इंदौर, कानपुर, जयपुर और रायपुर जैसे उभरते शहर तकनीकी नवाचार के नए केंद्र के रूप में
तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। श्री वशिष्ठ ने कहा कि इन शहरों की सबसे बड़ी खासियत है
कि कम संचालन लागत, प्रशिक्षित युवा प्रतिभा की उपलब्धता,
कर्मचारियों को बनाए रखने की बेहतर दर और राज्य सरकार की ओर से
मिलने वाले प्रोत्साहन से ये शहर देश के अगले इनोवेशन हब बनने की दिशा में मजबूती
से कदम बढ़ा रहे हैं।