रायपुर। छत्तीसगढ़ में 5 मई से सुशासन तिहार का आगाज होने जा रहा है। सुशासन तिहार
के तीसरे चरण में सीएम विष्णुदेव साय सूबे के दौरे पर निकलेंगे। ऐसे में उनका
हेलीकाप्टर किसी भी दो जिलों में उतरेगा। जहां सीएम आम जनता से बात करेंगे और उनकी
समस्याओं को सुलझाएंगे। इस दौरान वे विभिन्न योजनाओं का फीडबैक ग्रामीणों से
लेंगे। सीएम श्री साय किन योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों से लेंगे और इसकी जानकारी
कलेक्टरों को भी नहीं होगी।
सीएम
विष्णुदेव साय के निर्देश पर राज्य में सुशासन की स्थापना को लेकर सरकार द्वारा
लगातार काम किया जा रहा है। शासन प्रशासन के प्रत्येक स्तर पर शासकीय कामकाज में
पारदर्शिता आए, शासकीय योजनाओ और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुरक्षित हो,
इसका लाभ समाज के उन सभी वर्गों को तब पड़ता से मिले जिनके लिए
योजनाएं संचालित की जा रही है। इसको लेकर शासन प्रशासन स्तर पर प्रभावी पहल किया
जा रहा है। सुशासन तिहार 2025 संचालित करने का निर्णय लिया
गया है। इसका उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करना,
शासन की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करना,
तथा विकास कार्य में गति लाने के साथ ही आम जनता, जनप्रतिनिधियों, और विभिन्न सामाजिक संगठनों से सीधा
संवाद स्थापित करना है।
8 से 11 अप्रैल तक लिए जाएंगे आवेदन
सुशासन
तिहार का कल से तीसरा चरण शुरू होने वाला है। कॉलेज चरण में 8 अप्रैल से 11 अप्रैल
2025 तक आम जनता से आवेदन प्राप्त किए गए। दूसरे चरण में 1
माह के भीतर प्राप्त आवेदनों का निराकरण का प्रयास किया गया। तीसरा
एवं अंतिम चरण कल पांच मई से 31 मई के बीच होगा। तीसरे चरण
में समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश के सीएम विष्णु देव साय खुद समाधान
शिविरों में शामिल होने के लिए अपने हेलीकाप्टर से निकलेंगे। 1 दिन में एक संभाग के किसी भी दो जिलों में मुख्यमंत्री पहुंचेगे।
जनता से लेंगे योजनाओं का फीडबैक
जहां
मुख्यमंत्री खुद ग्रामीणों से बात कर उनकी समस्याओं के निराकरण के संबंध में
जानकारी लेंगे और समस्या सुलझाने हेतु दिशा निर्देश देंगे। शासन की योजनाओं की
समीक्षा भी मुख्यमंत्री करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री जनहितैषी किस योजना के संबंध
में जनता से फीडबैक लेंगे और समीक्षा करेंगे। यह किसी भी कलेक्टर को पहले से पता
नहीं होगा।
जिसके
चलते कलेक्टरों की धड़कने भी बढ़ी हुई है। जमीनी हकीकत का पता लगाने मुख्यमंत्री
किसी भी एक जिले में रात्रि विश्राम भी करेंगे। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों
से मुलाकात भी करेंगे।