May 08, 2025


शेयर ट्रेडिंग में पैसे बढ़ाने का दिया झांसा, फिर ‘समारा एप’ में इन्वेस्ट कराकर की लाखों की ठगी, जानें कैसे हुआ खुलासा

रायगढ़ : जिले के खरसिया थाना क्षेत्र से ठगी का मामला सामने आया है. जहां शेयर ट्रेडिंग में पैसे बढ़ाने का झांसा देकर समारा ट्रेडिंग एपमें पैसे इन्वेस्ट कराया फिर 91 लाख की ठगी की है. पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है.

समारा ट्रेडिंग एपमें इन्वेस्ट के नाम पर ठगी

रायगढ़ जिले खरसिया क्षेत्र के बोतल्दा निवासी एक प्लांट कर्मचारी से करीब 91 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई की गई, जिसमें आरोपियों द्वारा समारा ट्रेडिंग एपके नाम पर फर्जी निवेश के बहाने भारी रकम ठगी गई थी. जानकारी के अनुसार 22 फरवरी 2024 को पीड़ित राजेश गबेल को एक वॉट्सऐप लिंक के जरिए एक ग्रुप में जोड़ा गया, जहां शेयर ट्रेडिंग में 5 से 7 प्रतिशत तक लाभ का प्रलोभन दिया गया. आरोपियों ने पीड़ित से समारा प्रो एपडाउनलोड कराकर उसमें निवेश शुरू कराया और कुल 91 लाख रुपये निवेश करा लिए.

ऐसे हुआ खुलासा

बता दें कि इन्वेस्ट करने के बाद जब निवेशित शेयरों को बेचना संभव नहीं हुआ, तब ठगी का एहसास हुआ. इसके बाद खरसिया थाने में मामला दर्ज किया गया. जांच में यह सामने आया कि पीड़ित की रकम देहरादून स्थित बैंक खातों में ट्रांसफर हुई है. विशेष टीम ने देहरादून पहुंचकर खाता धारक शेखर थपलियाल का पता लगाया और हिरासत में लिया. पूछताछ में उसके जॉइंट अकाउंट होल्डर कुलदीप सिंह रावत और मुख्य सरगना आशीष अग्रवाल का नाम सामने आया. पुलिस ने दोनों को भी स्थानीय पुलिस की मदद से दबोच लिया.

अंतरराज्यीय गिरोह ने कई राज्यों में की ठगी

पूछताछ में खुलासा हुआ कि आशीष अग्रवाल विभिन्न लोगों से बैंक अकाउंट और लिंक्ड मोबाइल नंबर पर कमीशन लेकर प्राप्त करता था और फर्जी ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर निवेश कराकर ठगी करता था. इस गिरोह द्वारा उपयोग किये गये मोबाइल नंबरों के खिलाफ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों में कुल 55 ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज हैं, जिनमें करीब 6 करोड़ रुपये के लेन-देन का रिकॉर्ड सामने आया है.

3 आरोपी गिरफ्तार

आरोपियों के खिलाफ खरसिया, जिला रायगढ़ के अलावा 3 और अपराध आजमगढ़ और बलिया (उत्तर प्रदेश) में पंजीबद्ध हैं. गिरफ्तार तीनों आरोपियों को देहरादून से ट्रांजिट रिमांड पर रायगढ़ लाया गया है. उनके पास से 3 मोबाइल फोन, आईडीएफसी बैंक का संयुक्त खाता चेकबुक और सील जब्त की गई है. न्यायालय में प्रस्तुत कर सभी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है. वहीं मामले में जांच जारी है.


Related Post

Archives

Advertisement









Trending News

Archives