जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर पुलिस ने 150 करोड़ रुपए की ठगी का पर्दाफाश
किया है। ठगी में शामिल दोनों आरोपी बंटी और बबली को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दोनों आरोपी देश के विभिन्न राज्यों में कई व्यवसायिक संस्थानों को बड़ा चूना लगा
चुके हैं। जशपुर पुलिस ने अंतरराज्यीय ठगों दिल्ली से ढूंढ लाया है। आरोपियों ने
पत्थलगांव के एक व्यापारी से, राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता
मिशन के नाम से स्वेटर सप्लाई करने को लेकर सैकड़ों करोड़ों रुपए की ठगी की थी।
मिली
जानकारी के अनुसार, मामले के मुख्य आरोपी रत्नाकर उपाध्याय के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों
में धारा 420 की 12 से अधिक प्रकरण
दर्ज थे। मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद, रेंज आई
जी दीपक झा ने पुलिस टीम के लिए नगद ईनाम की घोषणा की है।
जशपुर पुलिस अपनी समझदारी से पहुंची ठगों तक
जशपुर
पुलिस ने खुद को मंत्रालय का अधिकारी बताया और 1 हजार करोड़ रूपए की ऑर्डर का लालच देकर ठगों तक पहुंची।
आरोपियों की धर पकड़ के दौरान SSP जशपुर लगातार मामले की
मॉनिटरिंग करते रहे। गिरफ्तारी के दौरान ठगों ने खूब हंगामा किया। एसडीओपी
पत्थलगांव पर ठगों ने हाथ मुक्का से हमला किया। लेकिन एसडीओपी ने भी अपनी हिम्मत
और बहादुरी का परिचय देते हुए आरोपी की गर्दन नहीं छोड़ी। दिल्ली पुलिस के पहुंचते
तक एसडीओपी ने आरोपी को अपने कब्जे में रखा।
सभी अभियुक्तों की संपत्तियों के संबंध में भी जानकारी इकट्ठा की जा रही
आरोपियों
के विरुद्ध थाना पत्थलगांव में ठगी और धोखाधड़ी के लिए बी एन एस की धारा 316 (2) (5), 318 (4), 336(1) (3), 338, 340 (2), 341
(1),346 और 61(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध
कर लिया गया है। विवेचना के दौरान पुलिस को पता चला है कि मुख्य अभियुक्त रत्नाकर
उपाध्याय के पास अवैध आर्थिक गतिविधियों से कमाए रुपयों से लखनऊ में 24 फ्लैट, दिल्ली में 2फ्लैट,
जिनकी कीमत लगभग 40 करोड़ रुपए है। साथ ही ढाई
करोड़ रूपए के रेंज रोवर गाड़ी भी है। पुलिस के द्वारा मामले के सभी अभियुक्तों की
संपत्तियों के संबंध में भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है, जिसके
संबंध में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।