रायपुर : छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ
द्वारा स्टेट टीम के चयन के लिए आयोजित ट्रायल स्पर्धा में जशपुर जिले के शासकीय
प्री-मैट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला की 9 बालिकाओं
ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अंडर-15 टीम में अपनी जगह बनाई
है। जशपुर के इचकेला छात्रावास की ही 6 छात्राएं अंडर-19
की ट्रायल स्पर्धा के अगले दौर में पहुंची हैं। इचकेला छात्रावास की
कुल 15 छात्राओं ने अपनी क्रिकेट प्रतिभा की बदौलत जशपुर
जिले का नाम रौशन किया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने
जशपुर जिले की बेटियों की क्रिकेट प्रतिभा की सराहना की है और उनकी इस शानदार
उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह गौरवशाली
उपलब्धि न केवल जशपुर, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़
के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार खेलों के विकास और
खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव मदद दे रही है।
स्टेट अंडर-15
टीम के लिए इंजील लकड़ा, जिज्ञासा कुजूर,
अमीषा लकड़ा, रितु भगत, पूर्वांशी
साहू, साक्षी यादव, गायत्री बाई,
अभिलाषी बड़ा और संतोषी बाई चयनित हुईं हैं। इसी तरह अंडर-19 टीम के लिए आकांक्षा रानी, वर्षा बाई, नितिका बाई, झूमूर
तिर्की, तुलसीका भगत और अलका रानी कुजूर ट्रायल के अगले दौर
में पहुंच गई हैं, यह ट्रायल 08 मई को
प्रातः 7 बजे से आरडीसीए ग्राउंड रायपुर में होगा।
गौरतलब है कि इचकेला छात्रावास की
अधीक्षिका श्रीमती पंडरी बाई केे समर्पण से छात्रावास में न केवल खेल को बढ़ावा
मिला, बल्कि वहां की आदिवासी बेटियां
क्रिकेट के खेल में जशपुर जिले को गौरान्वित करने लगी है। यहां यह उल्लेखनीय है कि
अधीक्षिका श्रीमती पंडरी बाई की बेटी आकांक्षा रानी, जो
पहाड़ी कोरवा समुदाय से हैं और अंडर-19 बीसीसीआई टी-20
ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ टीम की प्रमुख खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान
बना चुकी हैं। आकांक्षा रानी के शानदार प्रदर्शन ने छात्रावास में रहने वाली अन्य
बालिकाओं को क्रिकेट के खेल के प्रति आकर्षित किया, जिसके
चलते इचकेला छात्रावास क्रिकेट खेल को लेकर प्रसिद्ध हो गया है। यहां अध्ययनरत
बालिकाओं के क्रिकेट कोच श्री संतोष कुमार, मेंटोर श्री शंकर
सोनी और छात्रावास वार्डन श्रीमती पंडरी बाई की अहम भूमिका रही है।
यह उल्लेखनीय है कि यह छात्रावास
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के गृह जिले में स्थित है। उनके नेतृत्व में
आदिवासी अंचलों में शिक्षा और खेल के समन्वित विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा
है। मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा और राज्य सरकार की योजनाओं का ही परिणाम है कि आज
छत्तीसगढ़ की बेटियाँ क्रिकेट के मैदान में राज्य और देश का नाम रौेशन कर रही हैं।