रायपुर : स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के शराब द्वारा दुकान
निरीक्षण पर तंज करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने
कहा कि स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अस्पताल के बजाय शराब दुकान में
सुशासन खोज रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री को मरीजो की दवा की नहीं बल्कि दारू की
चिंता है? पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य की व्यवस्था लचर हो चुकी है
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, जिला चिकित्सालय ,समुदाय चिकित्सालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में
मरीजों को फफूंद लगी दवाइयां दी जा रही है। एक्सपायरी डेट की दवाइयां मिल रही है
जरूरत की दवाइयां की आपूर्ति नहीं है खून टेस्ट की किट की कमी ,एक्सरा, सिटी स्कैन, एमआरआई
नही हो पा रहा है। मेकाहारा के हृदय रोग विभाग में ऑपरेशन के लिए मरीजों को तारीख
पर तारीख दिया जा रहा है डीकेएस अस्पताल में मरीजों को लौटाया जा रहा है। गर्भवती
महिला का प्रसव अस्पताल के मुख्य द्वार पर हो जा रहे हैं स्वास्थ्य की सुविधा नहीं
है बेड की कमी है पर्याप्त चिकित्सक नर्सिंग स्टाफ नहीं है ऑक्सीजन एंबुलेंस नहीं
मिल पाता। आयुष्मान योजना में निजी अस्पताल मरीजों का इलाज नहीं कर रहे हैं पूर्व
में आयुष्मान योजना में जिन अस्पतालों ने इलाज किया है उनका भुगतान नहीं हो पा रहा
है इन विषयों पर ध्यान देने अस्पतालों का निरीक्षण करने के बजाय मंत्री शराब दुकान
का निरीक्षण करके प्रदेश की जनता को चिढ़ा रहे हैं और भाजपा का शराब के प्रति प्रेम
और काली कमाई को प्रदर्शित कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय
सिंह ठाकुर ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से स्वास्थ्य विभाग
संभाल नहीं रहा। श्याम बिहारी जायसवाल के मंत्री बनने के बाद स्वास्थ्य विभाग
भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। हर योजना में गड़बड़ियां हो रही है चाहे वह दवा
खरीदी हो या अस्पतालों के रखरखाव पर खर्च करना हो कागजों में फाइल बनाया जाता है
और मोटी रकम कमीशन के तौर पर भाजपा को मिलता है। प्रदेश की जनता स्वास्थ्य
व्यवस्था से हताश और परेशान है और मंत्री को फुर्सत नहीं है की व्यवस्थाओं को
दुरुस्त किया जाए क्या यही सुशासन है। स्वास्थ्य मंत्री के रवैये से स्पष्ट है कि
साय सरकार का फोकस नशाखोरी के संरक्षण और संवर्धन में है जनसरोकार में नही।