प्रयागराज (ASR24NEWS)। वाणिज्य कर विभाग में राज्य कर अधिकारी अंशुल सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा 2021 में 435वां रैंक हासिल कर प्रयागराज का नाम रौशन किया है। अंशुल ने यह सफलता अपने पांचवें प्रयास में हासिल की है। अंशुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिशप जॉनसन स्कूल से पूरी की और उसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। भूगोल में मास्टर्स करने के बाद उन्हें नेट में भी सफलता मिली। जॉर्ज टाउन निवासी अंशुल सिंह ने बताया कि तैयारी के लिए उसने दिल्ली में कोचिंग की थी लेकिन एक साल से प्रयागराज में रहकर ऑनलाइन कोचिंग कर रही थी। इससे बहुत मदद मिली। 2021 में राज्य कर अधिकारी के रूप में चयनित हुई और वर्तमान में प्रयागराज में उच्च न्यायालय के कार्यों में तैनात हैं।
अंशुल बताती हैं कि तीसरे प्रयास में वह 2019 में साक्षात्कार में पहुंचीं और पांचवें प्रयास में यह सफलता हासिल की। अंशुल के पिता कपिल देव सिंह आगरा के आरटीओ हैं। बड़ी बहन डॉक्टर है और छोटा भाई ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद दिल्ली में रहकर सिविल की तैयारी कर रहा है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पिता कपिल देव सिंह और उनके पूरे परिवार को दिया।
अंशुल सिंह प्रयागराज के जॉजज़् टाउन मोहल्ले के रहने वाले हैं. उनके पिता कपिल देव सिंह आगरा संभाग में आरटीओ के पद पर तैनात हैं। मां सरोज सिंह हाउस वाइफ हैं। बड़ी बहन भूमिका सिंह एमडी रेडियोलॉजी हैं।
अंशुल सिंह ने भूगोल में एमए किया है। इसी विषय से उन्होंने एमए फाइनल ईयर 2017 में पहली बार संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी थी। अंशुल सिंह ने बताया कि एमए करते हुए उन्होंने 2017 में पहली बार संघ लोक सेवा आयोग की आईएएस परीक्षा दी थी। पहली बार में ठीक से तैयारी नहीं होने के कारण प्री भी नहीं निकाल सकी। इसके बाद 2018 की परीक्षा में भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
उन्होंने बताया कि मेरे दिमाग में नेगेटिव ख्याल आते रहते थे, लेकिन खुद पर पूरा भरोसा और लगातार मेहनत करने के कारण 2019 की यूपीएससी परीक्षा में इंटरव्यू तक पहुंची। भूगोल के पेपर में अच्छा नहीं कर पाने के कारण फाइनल चयन में 15 अंकों से पिछड़ गयी। सफलता के इतने करीब पहुंचने के बाद जब सिलेक्शन नहीं हुआ तो मैं थोड़ा निराश हुई। 2020 की परीक्षा फिर से पूरी तैयारी के साथ दी लेकिन फिर से प्रारंभिक परीक्षा में निराशा मिली।
अंशुल को लगा कि प्रारंभिक परीक्षा पास करना सबसे बड़ी बाधा है। 2021 की यूपीएससी परीक्षा में पूरा जोर लगाया और फाइनल रिजल्ट में जगह बना ही लिया। इसी बीच अंशुल सिंह ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में भी किस्मत आजमाई। 2018 बैच की पीसीएस परीक्षा में उनका चयन वाणिज्य कर अधिकारी के पद पर हुआ। वर्तमान में वे वाणिज्य कर अधिकारी, उच्च न्यायालय प्रयागराज में पदस्थापित हैं। उन्होंने जुलाई 2021 में इस पद पर ज्वाइन किया था। काम करते हुए उन्होंने आईएएस की तैयारी की और 435वीं रैंक हासिल करने में सफल रहीं। अंशुल ने बताया कि हम काम के साथ-साथ अपनी पढ़ाई पर भी पूरा फोकस रखते थे।
अंशुल ने बताया कि नौकरी के अलावा हमें जब भी समय मिलता था, हम सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई करते थे। सोशल मीडिया और फोन से उतना ही संपर्क बनाए रखा जितना जरूरी था। हमने पढ़ाई के घंटों पर ध्यान नहीं दिया और जब भी समय मिला पढ़ाई की। मेरी मां और मेरे पिता का भी समय-समय पर मार्गदर्शन मिलता रहा। चूंकि मेरे पिता स्वयं एक प्रशासनिक अधिकारी हैं, इसलिए उन्हें उनका पूरा समर्थन और मार्गदर्शन मिला।
करंट अफेयर्स के प्रश्नों और तैयारी में विविधता लाने के लिए हमने यू ट्यूब पर कई व्याख्यानों की मदद ली है। इसके अलावा कई वेबसाइट्स ने भी इसमें हमारी मदद की। इतना लंबा कोर्स सिर्फ किताबों की मदद से पूरा नहीं किया जा सकता। अंशुल सिंह ने बताया कि हमने लगातार 6 से 8 घंटे पढ़ाई करने का टारगेट रखा था। हमने अभी न तो रविवार देखा और न ही सोमवार। रोज पढ़ाई की, मन में दवाब नहीं लिया, बस पढ़ाई करती रही।
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